परमात्मा ने हमें आंखें दी हैं दुनिया देखने के लिए लेकिन वो खुद बंद आंखों से दिखाई देते है एक बहुत छोटी सी कहानी है एक राजा जो की भगवान का बहुत बड़ा भक्त था लगातार ध्यान पार्ट- पूजा करता रहता था एक दिन भगवान ने प्रसन्न होकर के उसे दर्शन दे दिया प्रभु के दर्शन पाकर के राजा धन्य हो गया उसने कहा की प्रभु आप साक्षात पधारे भगवान ने कहा मैं तुम्हारी भक्ति से प्रसन्न हूं बताओ तुम क्या चाहते हो क्या मांगना चाहते हो मांग लो राजा ने हाथ जोड़कर के भगवान कुछ नहीं चाहिए आपकी कृपा से राज्य में सब कुछ अच्छा चल रहा है धन धन्य संपन्न है राज्य प्रजा खुश है सब अच्छा है बस एक इच्छा मैन में थी आपने आज मुझे दर्शन दे दिए क्या आप मेरी पुरी प्रजा को भी दर्शन दे देंगे बहुत अच्छे लोग हैं मेरे राज्य के भगवान मुस्कुराए उन्होंने कहा की नहीं यह हो नहीं सकता राजा ने हाथ जोड़कर के गिड़गिड़ा करके कहा की अब आप ए ही गए तो मेरी शिक्षा को पूर्ण कर दीजिए मैं चाहता हूं की प्रजा में जितने लोग हैं |
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Hindi – 2
                          सब आपके दर्शन करें वह जिद पर एड गया था भगवान जो द और खड़े हुए द उन्होंने कहा मुस्कुराते ठीक है भाई तुम्हारी इच्छा है भक्त की इज्जत थी माननी पड़ी भगवान ने कहा कल मैं आता हूं यह जो आपके महल के ठीक सामने दूर पहाड़ दिखाई देता है वहां पर आऊंगा और सारे लोगों को दर्शन दूंगा लेकर ए जाना रजनी का ठीक भगवान पिटवा दिया राज्य में घर-घर जाकर के बता दिया की कल सुबह सबको आना है और राजा साहब के साथ चलना है भगवान के दर्शन करने के लिए सारी जनता इकट्ठी हो गई सब लोग जाने लगे भीड़ थी लंबी लाइन महल से थोड़ा सा आगे निकले तो देखते हैं की रास्ते में तांबे के सिक्कों का ढेर लगा हुआ है उसे पब्लिक ने जब ये देखा की तांबे के सिक्कों को ढेर लगा हुआ है आधे लोग भेज सिक्के के ढेर की तरफ कुछ फटाफट से उठा लेते हैं जितने में मिल जाए राजा बहुत ज्ञानी था वो समझ गया की खेल उसने कहा लोगों से की मत जाओ भगवान के दर्शन करने चल रहे हैं कहां इन मोह माया में फैंस रहे हो 50% पब्लिक गायब हो गई राजन चलने लगा उसने कहा चलो छोड़ो जो गए जो गए पीछे पलट के देखता तो आधी जो जनता है मेरे साथ है राज्य में पाठ पूजा करने वाले लोग हैं अच्छे लोग हैं |
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Gujarati – 2
              इन्हें दर्शन मिल जाएंगे कोई बात नहीं थोड़ा आगे चले तो चांदनी किसी को ढेर दिखाई दिया अब की बार फिर से जो 40% पब्लिक थी वो भाग गई कठे करने लगे लोग भर भर के ले जाने लगे क्या कर रहे हो भगवान बार-बार दर्शन नहीं देंगे लोगों का ढेर भी बार-बार नहीं दिखेगा आदि लोग वहां भी गायब हो राजा ने पीछे पलट के देखा तो लगभग 10% जनता अभी भी उसके साथ चल रही थी राजा को लगा चलो इतने तो लोग हैं मेरे राज्य में जो भगवान के भक्त थोड़ा और आगे चले तो अब रास्ते में सोने के सिक्कों का ढेर दिखाई दिया अब ये जो साथ में चल रहे द ये भी गायब हो गए पहुंच गए सोने के सिक्कों के ढेर के पास भर-भर के सिक्के ले जाने लगे राजा और रानी बचे जो चल रहे द राजा अपनी रानी से कहने लगा की देख रही हो कितनी मोह माया में लोग जो हैं उलट चुके हैं फैंस चुके हैं भगवान के दर्शन करने नहीं जाना चाहते रानी ने भी हान मैं हान मिला ही बोला की हान सही का रहे हैं |
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English – 2
         आप थोड़ा सा आगे चले तो देखती है रानी की एक बहुत सुंदर हीरो का ढेर लगा हुआ है अब रानी से भी नहीं रहा गया और हीरे कठे करने लगी राजा जो था अब अकेला ही चला जा रहा था उसे पहाड़ की तरफ विरक्त मैन से उसे लगा क्या है ये दुनिया आज पहुंचा उसे पहाड़ पर जा भगवान ने कहा था दर्शन देंगे साक्षात प्रभु प्रतीक्षा कर रहे द राजा ने जाकर के प्रणाम किया भगवान ने पूछा की कहां है आपकी प्रजा कहां है वो प्रियजन जिनके लिए आप चाहते द की मैं आऊं और दर्शन दो राजन शर्मा मुझे मालूम था मेरे पास सिर्फ वही आता है जो मुश्ताक आना चाहता जो मैटेरियलिस्टिक चीजों में भौतिक वस्तुओं में उलझा हुआ है वो कभी प्रभु का दर्शन कर ही नहीं सकता जब तक मोह माया में उलझे रहेंगे तब तक वहां नहीं पहुंच पाएंगे वर्ण प्रभु तो अपने भक्तों के लिए प्रतीक्षा कर ही रहे होते हैं |